Child Labour Essay For School Students In Hindi – बालश्रम एक अभिशाप
Child Labour Essay In Hindi / Essay On Child Labour In Hindi – बालश्रम वह कार्य है जिसमे 14 साल से कम उम्र के बच्चो का शारीरिक , मानसिक व् सामाजिक शोषण किया जाता है ! वर्तमान में भारत देश में बढ़ती जनसँख्या वृद्धि के कारण बालश्रमिकों की संख्या दिन – प्रतिदिन बढ़ती जा रही है ! बालश्रम भारत में ही नहीं अपितु सारे विश्व में गैर क़ानूनी है !
आज दुनिया में बहुत से ऐसे छोटे बच्चे है जो मज़बूरी में या फिर किसी कारणवश , जिनका पूरा समय स्कूल, खेल – कूद या बचपने में गुजरने के बजाय होटलो , रेस्टोरेंट , दुकानों या किसी कारखानों में गुजर रहा है ! एक रिसर्च के अनुसार दुनिया में सबसे ज्यादा बाल मजदुर भारत में ही पाया जाता है ! 1991 की जनसँख्या के अनुसार भारत में बाल मजदूरों का आंकड़ा 11.3 मिलियन था , जो कि 2011 में बढ़कर 12.7 मिलियन हो गया !
बालश्रम कानून ( Child Labour Act ) 1986 में बनाया गया एक ऐसा कानून है जो 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चो को काम करने से रोकता है !
Child Labour Essay In Hindi / बालश्रम : एक अभिशाप
बालश्रम से आशय ऐसे श्रम से है जिसमे 14 साल से कम उम्र के बच्चो को पैसो के लालच में या किसी वस्तु के बदले करवाया गया किसी भी तरह का कार्य बालश्रम कहलाता है ! और ऐसा कार्य करने वाले बच्चो को बाल मजदूर कहते है ! बाल मजदूरी में बच्चो की शिक्षा , उनका बचपन , खेल – कूद आदि से वे वंचित रह जाते है ! बालश्रम हमारे समाज के लिए एक कलंक है ! अभिशाप है ! यदि इन्हे समय रहते दूर नहीं किया गया तो इससे हमारे समाज और देश का विकास नहीं हो पायेगा !
बालश्रम में बच्चो का शारीरिक , मानसिक और सामाजिक विकाश नहीं हो पाता है ! तथा वे शिक्षा के बुनियादी अधिकार से वंचित रह जाते है ! बाल श्रम में बाल मजदूरों के मालिकों द्वारा बुरा बर्ताव किया जाता है और उन्हें बिना आराम के अधिक घंटो तक काम करने के लिए प्रताड़ित किया जाता है ! सरकार द्वारा बालश्रम पर कानून तो बना दिया गया है लेकिन इसकी पालना कड़ाई से नहीं होने के कारण लाखो बच्चो का भविष्य अंधकारमय हो गया है !
बालश्रम के कारण ( Causes of Child Labour ) :
शिक्षा की कमी ( Lack of Education ) : भारत में शिक्षा की कमी भी बालश्रम का एक बड़ा कारण है ! भारत में शहरो की अपेक्षा गाँवो में शिक्षा की कमी अधिक देखने को मिलती है ! भारत में आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा गाँवों में निवास करता है ! जहाँ माता – पिता अधिक पढ़े लिखे नहीं होने के कारण वे शिक्षा के महत्व को नहीं समझ पाते है और अपने बच्चो को छोटी उम्र में ही काम करने हेतु भेज देते है ! लड़कियों को भी बेवजह घर के काम करने के लिए पढ़ने से रोक दिया जाता है ! वर्तमान में जहाँ बुनियादी शिक्षा का अभाव है वहां बालश्रम अधिक देखने को मिलता है !
सस्ता श्रम ( Cheap Labour ) : बालश्रम का एक बड़ा कारण यह भी है कि यह सस्ते दामों पर उपलब्ध हो जाता है ! दुकानों , कारखानों के मालिकों आदि द्वारा इनको बहुत कम पैसे और खाना देने के बदले काम पर रख लिया जाता है और कई घंटो तक बिना आराम के काम करवाया जाता है ! यहाँ तक कि रात के समय में भी उनसे मजदूरी करवाई जाती है ! क्योंकि इन बाल मजदूरों के पास पारिवारिक स्पोर्ट नहीं होता है जिसके कारण मालिकों द्वारा उनके साथ बुरा व्यवहार किया जाता है !
लिंग भेदभाव ( Gender Discrimination ) : अक्सर हमारे समाज में लिंग भेदभाव अधिक देखने को मिलता है ! लड़की की अपेक्षा लड़को को अधिक महत्व दिया जाता है ! यही कारण है कि हमारे देश में साक्षरता दर महिलाओ की अपेक्षा पुरुषो की अधिक है ! लड़कियों को छोटी उम्र में ही स्कूल जाने से रोक दिया जाता है और इनसे घर का काम , खेती का काम और यहाँ तक की कारखानों में मजदूरी के लिए भी भेज दिया जाता है !
बच्चो का अवैध व्यापार ( Child Trafficking ) : भारत में हर साल बड़े पैमाने पर बच्चो का अवैध व्यापर होता है ! इन बच्चो को किडनेप करके ऐसी जगह पर ले जाते है जहाँ इनकी कोई खबर लेने वाला नहीं होता है ! इन बच्चो को ऐसे अज्ञात स्थानों पर भेज दिया जाता है जहाँ उनसे सिर्फ खाने के बदले बालश्रम करवाया जाता है ! एक तरह से उन्हें कैद करके रखा जाता और उन्हें कड़ी यातनाये दी जाती है !
कठोर कानून की कमी ( Lack of Stringent Law ) : भारत में बालश्रम कानून तो बना दिया गया है लेकिन इसकी पालना कठोरता से नहीं होने के कारण बाल मजदूरों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है ! सरकार को इस कानून में बदलाव करके इसे और कठोर किया जाना चाहिए ताकि बालश्रम रोका जा सके !
बालश्रम के प्रभाव ( Effects of Child Labour )
शारीरिक तथा मानसिक प्रभाव ( Physical and Mental Effects ) : बालश्रम का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चो को शारीरिक और मानसिक रूप में ज्यादा होता है ! छोटी उम्र में काम करने के कारण उनका शारीरिक और मानसिक विकास नहीं हो पाता है जिसके कारण वे बीमार रहने लग जाते है ! तथा इनका स्वास्थ्य ख़राब हो जाता है ! छोटी उम्र में ही काम का अधिक बोझ होने कारण वे तनाव के शिकार हो जाते है ! तथा समय पर अच्छा खाना नहीं मिलने से वे कुपोषण के शिकार भी हो जाते है !
छोटी उम्र में परिपक्वता ( Maturity at a Young Age ) : जिस उम्र में बच्चो को प्यार – प्रेम की जरुरत होती है , जिस उम्र में उन्हें पढ़ने और खेलने कूदने की होती है उस उम्र में वे दुनियादारी को समझने लग जाते है ! अर्तार्थ वे छोटी उम्र में ही अधिक परिक्व हो जाते है या यूँ कह सकते है कि मजबूरीवश उनमे परिक्वता आ जाती है ! तथा इनका बचपन भी कही खो जाता है और वे इस दुनिया में कड़वे घुट के साथ जीना सीख लेते है !
शारीरिक शोषण ( Physical Torture ) : छोटी उम्र में बाल मजदूरी करने के कारण बच्चो के साथ शारीरिक शोषण की समस्या बढ़ जाती है ! बालश्रम के कारण लड़कियों के साथ शारीरिक व् योन शोषण के मामले बढे है ! मालिकों द्वारा बच्चो से उनकी क्षमता से अधिक काम लिया जाता है और उनका शारीरिक शोषण किया जाता है !
नशे की लत ( Drug Addiction ) : बालश्रम के कारण बच्चो में नशे की लत लगना आम बात हो गई है ! बच्चे शिक्षा के अभाव के कारण सही और गलत का फर्क नहीं समझ पाते है और वे छोटी उम्र में ही नशे का शिकार हो जाते है ! बाल मजदूरी में अक्सर बच्चे घर – परिवार से दूर रहते है तथा इनको कोई रोकने टोकने वाला नहीं होता है जिस वजह से वे नशे का शिकार आसानी से हो जाते है !
बालश्रम को कैसे रोका जाए ( How To Stop Child Labour )
बाल श्रम को रोकने के लिए सरकार को समय पर ठोस और उचित कदम उठाने की आवश्यकता है ! बालश्रम को रोकने के लिए सरकार और समाज दोनों को मिलकर प्रयास करना होगा तभी बालश्रम को रोका जा सकता है ! बालश्रम को रोकने के उपाय –
स्पष्ट कानून व्यवस्था ( Clear Law and Order ) : बालश्रम को रोकने के लिए सरकार को ठोस एवं स्पष्ट कानून का निर्माण करना चाहिए तथा इसे और अधिक कड़ाई से लागु करना चाहिए ! हमारे देश में कानून तो बना दिया जाता है लेकिन यह ज्यादा कठोर नहीं होने के कारण लोग इनकी कड़ाई से पालना नहीं करते है ! जिस वजह से बालश्रम बढ़ता ही जा रहा है !
शिक्षा को बढ़ावा देना ( Promote Education ) : यदि बाल श्रम को रोकना है तो हमें शिक्षा को बढ़ावा देना होगा , खासकर गाँवो में जहाँ शिक्षा का प्रतिशत बहुत ही कम है ! शिक्षा एकमात्र ऐसा हथियार है जिससे बालश्रम बहुत हद तक कम किया जा सकता है ! शिक्षा से समाज और देश का विकाश हो सकता है ! अतः सरकार को शिक्षा के स्तर में सुधार करना चाहिए और हर व्यक्ति तक इसकी पहुँच को सुनिश्चित करना चाहिए !
जागरूक करना ( To Make Aware ) : यदि बालश्रम को जड़ से मिटाना है तो हमें अधिक से अधिक लोगो को जागरूक करना होगा ! हमें उन्हें बालश्रम से होने वाले नकारत्मक पहलुओं को बताना होगा तथा उन्हें बताना होगा कि कैसे शिक्षा से हम स्वयं का और समाज का विकाश कर सकते है ! सरकार को भी बालश्रम से संबंधित जागरूकता अभियान चलाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक हो सके !
गरीबी को हटाना ( Poverty Removal ) : गरीबी ही बालश्रम का सबसे मूल कारण है ! यदि बालश्रम को खत्म करना है तो हमें गरीबी को हटाना होगा ! गरीबी के कारण लोग अपने छोटे बच्चो को काम पर भेजने के लिए मजबूर हो जाते है ! सरकार को विभिन्न योजनाओ के माध्यम से गरीबी को हटाने का पुरजोर प्रयास करना चाहिए जिससे की बालमजदूरी भी खत्म हो जाए !
निष्कर्ष ( Conclusion )
बालश्रम हमारे समाज और देश के लिए एक अभिशाप है ! बालश्रम हमारे समाज के लिए एक कलंक है ! यदि इसे समय रहते दूर नहीं किया गया तो इसके भयंकर दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे ! बच्चे देश का भविष्य होता है हमें इनके बचपन को छीनने से बचाना होगा ! जिस उम्र में बच्चो के खेलने – कूदने और स्कूल जाने के दिन होते है उस उम्र में हमें उनको बालमजदूरी करने से रोकना होगा !
जब हमारे बच्चे , हमारी युवा पीढ़ी सवस्थ और शिक्षित बनेगी तभी हमारे समाज और देश का विकास संभव हो सकता है ! हमें बालमजदूरी के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए ! अतः हमें आज से ही प्रण लेना चाहिए कि हमें अपने बच्चो से बालश्रम नहीं करवाना है और यदि कही कोई बालश्रम करते हुए पाया जाता है तो उसकी शिकायत हमें पुलिस को करनी चाहिए ताकि बालश्रम करवाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके !
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