राणा सांगा पर 10 लाइन निबंध | 10 Lines on Rana Sanga In Hindi
मेवाड़ के शासक और महाराणा प्रताप के पूर्वज राणा सांगा अपने बलिदान तथा शोर्य के लिए पूजे जाते है ! कहा जाता है कि उनकी एक आंख , एक हाथ और पैर कट जाने के बाद भी घायल अवस्था में वह दुश्मनों का सामना करता रहा ! मुगलों के खिलाफ सभी राजपूतो को एकजुट करने में राणा सांगा का अहम् योगदान रहा है ! आज के इस आर्टिकल में हम 10 Lines on Rana Sanga In Hindi शेयर कर रहे है ! तो आइये शुरू करते है –
Contents
राणा सांगा पर 10 लाइन निबंध | 10 Lines on Rana Sanga In Hindi
- राणा सांगा का जन्म 12 अप्रैल 1482 में चितोड़गढ़ में हुआ था !
- उनके पिता का नाम राणा रायमल था , तथा पत्नी का नाम रानी कर्णावती था !
- राणा सांगा ने जोधपुर के राजा मालदेव की सेना को मेवाड़ से हराकर अपनी शक्ति सामरिक क्षमता का परिचय दिया !
- उन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत से युद्धों में भाग लिया और अपनी सामरिक योग्यता से प्रसिद्ध हुए !
- राणा सांगा ने अपने राज्य में विश्वास , ईमानदारी और न्याय की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ! वे अपने लोगो के लिए न्याय के प्रतिक थे और हमेशा समाज की सुख – शांति के लिए प्रयास करते रहते थे !
- राणा सांगा ने सम्राट अकबर के विरुद्ध कई युद्धों में भाग लिया और अपनी सामरिक योग्यताओ से बड़ी चुनोती दी !
- राणा सांगा उस समय के सबसे शक्तिशाली हिन्दू राजा माने जाते थे !
- उन्होंने दिल्ली , गुजरात व मालवा मुग़लबादशाहों के आक्रमणों से अपने राज्य की बहादुरी से रक्षा की !
- राणा सांगा अदम्य साहसी थे। एक भुजा, एक आंख खोने व अनगिनत ज़ख्मों के बावजूद उन्होंने अपना धेर्य और पराक्रम नहीं खोया और लड़ते रहे !
- 30 जनवरी , 1528 को सांगा की मृत्यु चितोड़ में हुई , जो कि अपने सरदारों द्वारा उसे जहर देकर मारा गया था !
10 Lines on Rana Sanga In English
- Rana Sanga was born on 12 April 1482 in Chittorgarh.
- His father’s name was Rana Raimal, and wife’s name was Rani Karnavati.
- Rana Sanga defeated the army of King Maldev of Jodhpur from Mewar and showed his power and strategic capability.
- He participated in many wars during his lifetime and became famous for his strategic ability.
- Rana Sanga played an important role of faith, honesty and justice in his kingdom. He was a symbol of justice for his people and always tried for the happiness and peace of the society.
- Rana Sanga participated in many wars against Emperor Akbar and gave a bigger challenge than his strategic abilities.
- Rana Sanga was considered the most powerful Hindu king of that time.
- He bravely protected his kingdom from the attacks of Delhi, Gujarat and Malwa Mughal emperors.
- Rana Sanga was an indomitable courage. In spite of losing an arm, an eye and suffering countless wounds, he did not lose his patience and courage and kept on fighting.
- Sanga died in Chittor on January 30, 1528, which was poisoned by his chieftains.
FAQs :
Q : महाराणा सांगा का जन्म कब और कहाँ हुआ ?
Ans : 12 अप्रैल , 1482 को चितोद्गढ़ में
Q : महाराणा सांगा की मृत्यु कब हुई ?
Ans : 30 जनवरी , 1528 को
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