सच बोलने वाला सलाहकार – Sach Bolne Wala Salahkar Tenaliramn Story

सच बोलने वाला सलाहकार – तेनालीराम की कहानी ! Sach Bolne Wala Salahkar Tenaliramn Story In Hindi

कभी विजयनगर के बड़े राज्य पर बहादुर शासक राजा कृष्णदेव राय का शासन था ! उस समय हम्पी विजयनगर की राजधानी थी ! कृष्णदेव राय का दरबार ‘भुवन विजय’ हमेशा जानता के प्रति न्याय और दयालुता के लिए जाना जाता था

भुवन विजय अपने ‘ अष्ट दिग्गज’ के लिए प्रसिद्ध था क्योंकि उन आठो में अलग – अलग और अनोखे गुण थे !

वे आठ दिग्गज थे – अलासनी पेड्ना , नंदी थिमन्ना , धुर्जती , मध्य्गरी मालन , पिंगल सुरन , तेनालीराम कृष्णुडू , अचाला राजू राम भद्रदु और राम राजा भूष्णुडू !

ये सब अपने – अपने क्षेत्र में बहुत ही प्रतिभावान और विद्वान् थे ! सभी राजा के दरबार में रहते थे और राजा को सही निर्णय लेने में मदद करते थे !

परन्तु इन सबमे  तेनालीराम अपने जन्मजात गुण , वाक्पटुता और व्यंग्य के कारण राजा को सबसे अधिक प्रिय था !

राजा ने एक तलब बनवाया था ! वे अपने आठो दिग्गजों को लेकर तालाब देखने गए ! पानी को देखते हुए राजा ने अपने विद्वानों से पूछा , “ इस तालाब में पानी कैसा लगता है ?”

नंदी थिमन्ना ने कहा , “ इस तालाब का पानी बिल्कुल साफ़ है !”  मध्य्गरी मालन बोले , “  यह पारदर्शी और चमकदार है !”

इस प्रकार सभी ने अपनी – अपनी तरह से विशेषण लगाकर कहा ! तेनालीराम ने अपनी बारी आने पर कहाँ – “ महाराज जैसा तालाब आपने बनवाया है , पानी ने उसी का आकार ले लिया है !”

तेनालीराम ने राजा की चापलूसी किये बिना बिल्कुल सीधा उत्तर दिया ! राजा यही चाहते थे कि एक ऐसा सलाहकार हो जो हमेशा सच बोले ! राजा तेनालीराम की वाक्पटुता से बहुत ही प्रसन्न हुआ और उन्होंने स्पष्टवादिता के लिए तेनालीराम की बहुत प्रशंसा की !

 

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