Bhagavad Gita Quotes in Hindi- श्रीमद् भगवद गीता के उपदेश

Bhagavad Gita Quotes in Hindi

श्रीमद् भगवद गीता के उपदेश

Gita Updesh In Hindi /Bhagavad Gita Quotes in Hindi – 

Quote 1 : क्रोध से भ्रम पैदा होता है , भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है , जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट  हो जाता है , जब तर्क नष्ट हो जाता है तब वयक्ति का पतन  हो जाता है !


Quote 2 : किसी दूसरे के जीवन के साथ पूर्ण रूप से जीने से अच्छा है की हम अपने स्वयं के भाग्य के अनुसार अपूर्ण जिए !


Quote 3 : जो लोग मन को नियंत्रित नहीं करते , उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है !


Quote 4 : वह जो इस ज्ञान में विश्वास नहीं रखते , मुझे प्राप्त किये बिना जन्म और मृत्यु के चक्र का अनुगमन करते है !


Quote 5 : मन की गतिविधियों , होश श्वास और भावनाओ के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है ! लगातार तुम्हे बस एक साधन की तरह प्रयोग करके सभी कार्य  कर रही है !


Quote 6 : एक उपहार तभी अच्छा और पवित्र लगता है जब वह दिल से किसी सही व्यक्ति को सही समय और सही जगह पर दिया जाये ! और जब उपहार देने वाला व्यक्ति का दिल उस उपहार के बदले कुछ पाने की उम्मीद ना रखे !


Quote 7 : आत्म – ज्ञान की तलवार से काटकर अपने ह्रदय से अज्ञान के संदेह को अलग कर दो ! अनुशाषित रहो , उठो !


Gita Updesh – 

Quote 8 : मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है ! जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है !


Quote 9 : नर्क के तीन द्वार है : वासना , क्रोध और लालच !


Quote 10 : ऐसा कोई नहीं है जिसने भी इस संसार में अच्छा कर्म किया हो और उसका बुरा अंत हुआ हो ! चाहे इस काल में हो  या आने वाले काल में !


Quote 11 : लोग आपके अपमान के बारे में बात करेंगे ! सम्मानित व्यक्ति के लिए , अपमान मृत्यु से भी बदतर है !

gita updesh


Quote 12 : मन अशांत है और उसे नियंत्रित करना कठिन है ! लेकिन अभ्यास से इसे वश में किया जा सकता है !


Quote 13 : प्रबुद्ध व्यक्ति के लिए , गंदगी ,  पत्थर और सोना सभी समान है !


Quote 14 : व्यक्ति जो चाहे वह बन सकता है यदि वह विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे !


Quote 15 : जो भी मनुष्य अपने जीवन अध्यात्मिक ज्ञान के चरणों के लिए दृढ संकल्पो में स्थिर है , वह सामान्य रूप से संकटो के आक्रमण को सहन कर सकते है ! और निश्चित रूप से  यह व्यक्ति खुशियां और मुक्ति पाने के पात्र है !


Quote 16 : ज्ञानी व्यक्ति को कर्म  प्रतिफल की अपेक्षा कर रहे अज्ञानी व्यक्ति के दिमाग को अस्थिर नहीं करना चाहिए !


Quote 17 : हर व्यक्ति का विश्वास उसकी प्रकृति के अनुसार होता है !


Quote 18 : जन्म लेने वाले के लिए मृत्यु उतनी ही निश्चित है जितना कि मृत होने वाले के लिए जन्म लेना ! इसलिए जो अपरिहार्य है  उस पर शोक मत करो !


Quote 19 : भगवान या परमात्मा की शांति उनके साथ होती है जिसके मन और आत्मा में एकता हो , जो इच्छा और क्रोध से मुक्त हो , जो अपने खुद कि आत्मा को सही मायने में जानता हो !


Quote 20 : सभी अच्छे काम छोड़कर बस भगवान   में पूर्ण रूप से समर्पित हो जाओ ! मै तुम्हे सभी पापो से मुक्त कर दूंगा ! शोक मत करो !


Quote 21 : किसी और का काम पूर्णता से करने से अच्छा है कि अपना काम करे , भले ही उसे अपूर्णता से करना पड़े !


Quote 22 : मै सभी प्राणियों  को समान  रूप से देखता हूँ ! ना मुझे कोई कम प्रिय है ना अधिक ! लेकिन जो मेरी प्रेमपूर्वक आराधना करते है वो मेरे भीतर रहते है और मै उनके जीवन में आता हूँ !


Quote 23 : भगवान प्रत्येक वस्तु में है और सबके ऊपर भी !


Quote 24 : अपने कर्म पर अपना दिल लगाए , ना कि उसके फल पर !


Quote 25 : आपके सार्वलौकिक रूप का मुझे न प्रारम्भ न मध्य और न अंत दिखाई दे रहा है !


Quote 26 : जो कार्य में निष्क्रियता और निष्क्रियता में कार्य देखता है वह एक बुद्धिमान व्यक्ति है !


Quote 27 : सभी कार्य ध्यान से करो , करुणा द्वारा निर्देशित किये हुए !


Quote 28 : तुम उसके लिए शोक करते हो जो शोक करने के योग्य नहीं है ! और फिर भी ज्ञान की बाते करते हो ! बुद्धिमान व्यक्ति ना जीवित और ना ही मृत व्यक्ति के लिए शोक करते है !


Quote 29 : कभी ऐसा समय नहीं था जब मै , तुम या ये राजा – महाराजा अस्तित्व में नहीं थे , ना ही भविष्य में कभी ऐसा होगा कि हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाए !


Quote 30 : कर्म मुझे बांधता नहीं है , क्योंकि मुझे कर्म के प्रतिफल की कोई इच्छा नहीं है !


Quote 31 : हम जो देखते है वो हम है , और हम जो है हम उसी वस्तु को निहारते है इसलिए जीवन में हमेशा अच्छी और सकारात्मक चीजों को देखो और सोचो !


Quote 32 : अपने परम् भक्त , जो हमेशा मेरा स्मरण या एक चित मन से मेरा पूजन करते है , मै व्यक्तिगत रूप से उनके कल्याण का उत्तरदायित्व लेता हूँ !


Quote 33 : कर्म योग वास्तव में एक परम रहस्य है !


Quote 34 : इन्द्रियों की दुनियां में कल्पना सुखो की शुरुआत है और अंत भी जो दुःख को जन्म देता है , हे अर्जुन !


Quote 35 : बुद्धिमान व्यक्ति को समाज कल्याण के लिए बिना आसक्ति के काम करना चाहिए !


Quote 36 : जो व्यक्ति आध्यात्मिक जागरूकता के शिखर तक पहुँच चुके है , उनका मार्ग है निःस्वार्थ कर्म , जो भगवान के साथ संयोजित हो चुके है उनका मार्ग है स्थिरता और शांति !


Gita Updesh – 

Quote 37 : यद्यपि मै इस तंत्र का रचयिता हूँ ! लेकिन सभी को यह ज्ञात होना चाहिए कि मै कुछ नहीं करता और मै अनंत हूँ !


Quote 38 : जब वे अपने कार्य में आनंद खोज लेते है तब वे पूर्णता प्राप्त करते है !


Quote 39 : वह जो सभी इछाये त्याग देता है और ‘मै ‘ और ‘मेरा ‘ की लालसा और भावना से मुक्त  है उसे शांति प्राप्त होती है !

krishna ke udesh


Quote 40 : मेरे लिए ना कोई घृणित है ना प्रिय , किन्तु जो व्यक्ति भक्ति के साथ मेरी पूजा करते है , वो मेरे साथ है और मै भी उनके साथ हूँ !


Quote 41 : जो इस लोक में अपने काम की सफलता की कामना रखते है , वे देवताओ का पूजन करे !


Quote 42 : मै ऊष्मा देता हूँ , मै वर्षा करता हूँ और रोकता भी हूँ , मै अमरत्व भी हूँ और मृत्यु भी !


Quote 43 : बुरे कर्म करने वाले , सबसे नीच व्यक्ति जो राक्षसी प्रवृतियों से जुड़े हुए है ! और जिनकी बुद्धि माया ने हर ली है वो मेरी पूजा या मुझे पाने का प्रयास नहीं करते !


Quote 44 : हे अर्जुन ! मै भुत , वर्तमान और भविष्य के सभी प्राणियों को जानता हूँ ! किन्तु वास्तविकता में कोई मुझे नहीं जानता !


Quote 45 : स्वर्ग प्राप्त करने और वहा कई वर्षो तक वास करने के पश्चात् एक सफल योगी का पुनः एक पवित्र और समृद्ध कुटुंब में जन्म होता है !


Quote 46 : केवल मन ही किसी का मित्र और शत्रु होता है !


Quote 47 : मैं सभी प्राणियों के ह्रदय में विद्यमान हूँ !


Quote 48:  ऐसा कुछ भी नहीं , चेतन या अवचेतन , जो मेरे बिना अस्तित्व में रह सकता हो !


Quote 49 : स्वार्थ से भरा कार्य इस दुनिया को कैद में रख देगा ! अपने जीवन में स्वार्थ को दूर रखे , बिना किसी व्यक्तिगत लाभ के !


Gita Updesh – 

Quote 50 : ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है , वही सही मायने में देखता है !


Quote 51 : सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लौक में है ना ही कही और !


Quote 52 : अपने अनिवार्य कार्य करो , क्योंकि वास्तव में कार्य करना निष्क्रियता से बेहतर है !


Quote 53 : इस जीवन में ना कुछ खोता है ना व्यर्थ होता है !


Quote 54 : उससे मत डरो जो वास्तविक नहीं है , ना कभी था ना कभी होगा ! जो वास्तव है वो हमेशा था और उसे कभी नष्ट नहीं किया जा सकता !


Quote 55 : मै उन्हें ज्ञान देता हूँ जो सदा मुझसे जुड़े रहते है और जो मुझसे प्रेम करते है !


Quote 56 : बुद्धिमान व्यक्ति कामुक सुख आनंद नहीं लेता !


Quote 57 : मैं धरती की मधुर सुगंध हूँ ! मै अग्नि की ऊष्मा हूँ ! सभी जीवित प्राणियों का जीवन और सन्यासियों का आत्मसयम हूँ !


Quote 58 : वह जो वास्तविकता में मेरे उत्कृष्ट जन्म और गतिविधियों को समझता है , वह शरीर त्यागने के बाद पुनः जन्म नहीं लेता और मेरे धाम को प्राप्त होता है !


Quote 59 : कर्म उसे नहीं बांधता जिसने काम का त्याग कर दिया है !


Quote 60 : मै समय हूँ , सबका नाशक , मै आया हूँ दुनिया को उपभोग करने के लिए !


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