Biography of Steve Jobs In Hindi – एप्पल संस्थापक स्टीव जॉब्स की जीवनी

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Biography of Steve Jobs In Hindi –  एप्पल संस्थापक स्टीव जॉब्स की जीवनी

नाम  ( Name )     स्टीव पॉल जॉब्स / Steve Jobs
जन्म ( Born )         24 फरवरी , 1955 ( 56 साल )
जन्म स्थान ( Birth Place )      सेन  फ्रांसिस्को , कैलिफोर्निया , अमेरिका  
राष्ट्रीयता ( Nationality )        अमेरिका
धर्म ( Religion )               बौद्ध धर्म
पेशा ( Profession )   Entrepreneur, Businessperson, Inventor,
Designer
कुल सम्पति ( Net Worth )     लगभग 10.2 बिलियन डॉलर
 पत्नी ( Wife )            लॉरेन पॉवेल
माता – पिता ( Father & Mother )क्लारा – पॉल जॉब्स ( Adoptive Parents ) , 
 
जोअन्नी सिंपसन – अब्दुलफत जंदाली (Real Parents )
बच्चे ( Children ) लीसा ब्रेनन जॉब्स , रीड जॉब्स ,एरिन जॉब्स , ईव जॉब्स
मृत्यु ( Death )   5 अक्टुम्बर , 2011 ( कैलिफोर्निया )

 

Biography of Steve Jobs In Hindi / Apple Success Story In Hindi 

Biography of Steve Jobs In Hindi / Steve Jobs Short Biography In Hindi –  दोस्तों आज हम इस आर्टिकल में उस महान शख्स के बारे में बात करने वाले है जिन्होंने अपनी जिंदगी में बहुत ज्यादा संघर्ष किया ! जिन्होंने कभी कॉलेज की डिग्री पूरी नहीं की  फिर भी बड़े – बड़े इंजिनियर उनके निर्देशन में काम करते थे !

जिन्होंने सफलता ( Success  ) पाने के लिए दिन – रात मेहनत की , और पैसो से ज्यादा अपने काम से प्यार किया ! जी हाँ दोस्तों हम बात कर रहे है एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स के बारे में ! आज हम इस आर्टिकल में इनके संघर्षपूर्ण जीवन ( Struggle Life ) के बारे में विस्तार से जानेंगे ! तो आइये जानते है स्टीव जॉब्स की प्रेरणादक जीवनी ( Steve Jobs Biography in Hindi ) के बारे में –

 

स्टीव जॉब्स : प्रारंभिक जीवन ( Steve Jobs Early Life ) :

स्टीव जॉब्स ( Steve Jobs Biography  ) का जन्म 24 फरवरी , 1955 को सैनफ्रांसिस्को , कैलिफोर्निया में हुआ था ! स्टीव के जन्म के समय उनके माता – पिता की शादी नहीं हुई थी ! इसी कारण उन्होंने उसे गोद देने का फैसला किया ! स्टीव की माँ चाहती थी की उसे गोद लेने वाले दम्पति कम से कम कॉलेज ग्रेजुएट होने चाहिए ! पहले जो दम्पति गोद लेना चाहते थे , उन्होंने स्टीव को गोद लेने से मना कर दिया क्यों कि वे एक बेटी चाहते थे ! फिर केलिफोर्निया में रहने वाले पॉल जॉब्स और क्लारा जॉब्स ने स्टीव को गोद लिया ! क्लारा और पॉल जॉब्स दोनों ही कॉलेज ग्रेजुएट  नहीं थे !

जब स्टीव की उम्र 5 साल की गई थी तब उनका परिवार दूसरे शहर सैनफ्रांसिस्को से माउंटेन व्यू चला गया था ! पॉल जॉब्स एक मेकेनिक और बढ़ई का काम किया करते थे ! तथा स्टीव को भी वह इलेक्ट्रॉनिक से संबन्धित बाते सीखाते थे !  वही दूसरी और क्लारा जॉब्स एक अकाउंटेंट थी , जो स्टीव को पढ़ना सीखाती थी !

 

 
 

स्टीव जॉब्स : शिक्षा ( स्टीव Jobs Education ) :

स्टीव जॉब्स ने अपनी प्राथमिक शिक्षा मोंटा लोमा स्कूल से पूरी की ! तथा इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए स्टीव कूपर्टिनो जूनियर हाई स्कूल में गए !  इसके बाद सन 1972 में कॉलेज की पढाई के लिए ओरेगन रीड  कॉलेज में दाखिला लिया ! यह कॉलेज उस शहर की सबसे महंगी कॉलेज थी ! स्टीव के माता – पिता इतने अमीर  नहीं थे की वे स्टीव की फीस अफोर्ड कर सके ! इसलिए स्टीव ने अपना खर्चा निकालने  और कॉलेज की फीस भरने के लिए बोतल के कोक  बेचकर पैसे इकठ्ठा करते थे !

स्टीव जॉब्स ने उन दिनों का भी सामना किया है जब कभी खाने के लिए पैसे नहीं होते थे तो कई मील पैदल चलकर मंदिर में मिलने वाला मुफ्त भोजन खाते थे ! और अपने हॉस्टल का किराया बचाने के लिए अपने दोस्तों के कमरों में फर्श पर ही सो जाया करते थे ! स्टीव जॉब्स का कॉलेज की पढाई में ज्यादा मन नहीं लगता था ,क्योंकि ऊपर से एक तो  पैसो का अभाव दूसरी और उन्हें लगता था की कॉलेज की पढाई उनके किसी काम नहीं आने वाली है ! आखिरकार स्टीव ने कॉलेज बीच में ही छोड़ दिया ! परन्तु उनके माता – पिता नहीं चाहते थे की वह कॉलेज बीच में ही छोड़ दे ! फिर स्टीव ने  अपने माता – पिता के कहने पर क्रिएटिव क्लासेज ( Creative Classes ) जॉइन कर ली !

 
 

स्टीव जॉब्स : निजी जीवन ( Steve Jobs Personal Life ) :

सन 1991 में स्टीव जॉब्स ने लॉरेन पॉवेल से शादी की थी ! इस शादी से इनके तीन बच्चे थे हुए ! एक लड़का और दो लड़किया जिनका नाम  क्रमशः  रीड जॉब्स ,एरिन जॉब्स और  ईव जॉब्स है ! तथा इनकी एक और बेटी है जिनका नाम लिसा ब्रेनन जॉब्स है , जो 1978 में अपनी हाई स्कूल की गर्लफ्रेंड क्रिस एन ब्रेनन के साथ पैदा हुई थी ! कहा जाता है कि स्टीव जॉब्स ने कई सालो तक लिसा को अपनाया नहीं था ! लेकिन अंत में उन्होंने इसे अपना लिया था ! 

 

स्टीव जॉब्स : भारत यात्रा ( Steve Jobs In India ) :

स्टीव जॉब्स के भारत प्रेम की शुरुआत 19 साल की उम्र में उनके एक दोस्त रॉबर्ट फ्रीडलैंड की प्रेरणा से होती है ! बात सन 1974 से शुरू होती है ! स्टीव जॉब्स केवल रोमांच की खातिर ही यह यात्रा नहीं करना चाहते थे , उनका कहना है की , ” यह मेरे लिए गंभीर खोज की यात्रा थी ! मै अपने अंदर यह ज्ञान पा लेना चाहता था कि मै कौन था और मुझे किस तरह आगे बढ़ना था !”

कब्रिस्तान का सबसे अमीर  मुर्दा बनने का कोई मतलब नहीं है ! रात में सोते समय खुद से यह कहना कि मैंने आज कमाल का काम किया है , मेरे लिए यही बात सबसे अधिक अहमियत रखती है ! –  स्टीव जॉब्स

स्टीव जॉब्स आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति में किसी कारोली बाबा से मिलने भारत आये थे ! लेकिन उन्हें पता चला की वह तो मर चुके है ! फिर सात महीने उन्होंने यहाँ गुजारे ! उन्होंने यहाँ  यह सीखा  की भारत के लोग तर्क बुद्धि के स्थान पर व्यावहारिक बुद्धि को ज्यादा महत्व देते है ! पश्चिम के  लोग टीजन या तर्क बुद्धि को ज्यादा महत्व देते है , जबकि पूरब में इंट्यूशन या व्यावहारिक बुद्धि को अधिक महत्व दिया जाता है ! स्टीव ने माना की इंट्यूशन के महत्व की समझ ने उनकी सोच की दिशा बदल दी ! उसने उनकी कल्पनाशीलता को नए – नए अविष्कारों की दिशा में प्रेरित किया !

 

स्टीव जॉब्स  : एप्पल कंपनी की शुरुआत ( Steve Jobs Apple Company History ) :

एप्पल कंपनी की शुरुआत स्टीव ने 20 साल की उम्र में अपने सहपाठी मित्र वोजनियाक के साथ मिलकर की थी ! उन्होंने यह शुरुआत अपने पिता के छोटे से गैराज से की थी ! स्टीव ने अपने मित्र के साथ मिलकर ऑपरेटिंग सिस्टम मेंकीतोश तैयार किया ! वे इसे बेचकर Apple Computer का निर्माण करना चाहते थे ! लेकिन उनके सामने धन की समस्या एक बड़ा कारण थी ! कुछ समय बाद उनकी धन की समस्या को उनके एक मित्र माइक मरकुल्ला ने पूरी कर दी और साथ ही वह कंपनी में साझेदार भी बन गया !

स्टीव ने एप्पल कंप्यूटर बनाने की शुरुआत कर दी ! स्टीव और उनके मित्रो की कड़ी मेहनत के कारण कुछ ही सालो में एप्पल कंपनी, गैराज से बढ़कर 2 अरब डॉलर और 4 हजार कर्मचारियों वाली कंपनी बन गई !

 

स्टीव जॉब्स : एप्पल कंपनी से इस्तीफा ( Steve Jobs Resigns From Apple Company ) :

स्टीव जॉब्स की लाइफ में एक दौर ऐसा आया जब उन्हें अपनी ही कंपनी से निकाल दिया गया था ! उनके साझेदारों द्वारा उनको ना पसंद किया जाना और आपसी कहासुनी के कारण एप्पल कंपनी की लोकप्रियता कम होने लगी थी ! धीरे – धीरे कंपनी पूरी तरह कर्ज में डूब गई ! और बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर की मीटिंग में इसका जिम्मेदार स्टीव जॉब्स को ठहराकर उन्हें सन 1985 में एप्पल कंपनी से निकाल  दिया गया ! ये उनके जीवन का सबसे दुखद पल था ! क्योंकि जिस कंपनी उन्होंने कड़ी मेहनत और लग्न से बनाया था उसी से उन्हें निकाल दिया गया था ! स्टीव जॉब्स के जाने के बाद कंपनी और ज्यादा कर्ज में डूब गई थी !

आपका समय सिमित है , इसलिए इसे किसी और की जिंदगी जीकर व्यर्थ मत कीजिये , बेकार की सोच में मत फसिये ! अपनी जिंदगी को दुसरो के हिसाब से मत चलाइये ! औरो के विचारो के शोर में अपनी अंदर की आवाज को , अपने इंट्यूशन को मत डूबने दीजिए ! वे पहले से ही जानते है कि आप सच में क्या बनना चाहते है , बाकि सब गौण है !  –    स्टीव जॉब्स

एप्पल से इस्तीफा देने के बाद स्टीव काफी टूट चुके थे ! उन्हें  ऐसा लगने लगा लगा था कि वह अपनी लाइफ में फ़ैल हो चुके है ! लेकिन उन्हें उम्मीद थी की जिस प्रकार उन्होंने एप्पल कंपनी बनाई , उसी प्रकार अपनी काबिलियत के दम पर दूसरी कंपनी भी बनाई जा सकती है ! उन्होंने Next – ink नाम की और Pixer नाम की दो कंपनियों की शुरुआत की ! Next -ink में उपयोग की जाने वाली तकनीक उत्तम थी !  और उनका उद्देश्य बेहतरीन सॉफ्टवेयर बनाना था ! और Pixer कंपनी में एनिमेशन का काम होता था !

एक साल तक काम करने के बाद स्टीव के पास पैसो की समस्या आने लगी और Rosh Perot के साथ साझेदारी कर ली ! और पेरोट ने पैसो को निवेश किया ! सन 1990 में Next – ink ने अपना पहला कंप्यूटर बाजार में उतारा , लेकिन यह बहुत ही ज्यादा महंगा होने के कारण बाजार में नहीं चल सका ! फिर Next – ink  ने Inter Personal Computer बनाया जो बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हुआ ! और Pixer ने एनिमेटेड फिल्म Toy Story बनाई जो अब तक की सबसे बेहतरीन फिल्म है !

 

स्टीव जॉब्स : एप्पल कंपनी में वापसी ( Steve Jobs Returns To Apple Company ) :

सन 1996 में एप्पल ने स्टीव की Pixer को खरीद लिया ! इस तरह उनकी Apple Company में वापसी हुई !  सन 1997 में उनकी मेहनत  के कारण कंपनी का मुनाफा बढ़ गया और  वे एप्पल कंपनी के CEO  बन गये ! सन 1998 में उन्होंने आईमैक  I-mac को बाजार में लॉन्च किया , जो काफी लोकप्रिय हुआ ! इसके बाद एप्पल ने बहुत बड़ी सफलता हासिल कर ली ! उसके बाद I-pad , I-phone , I-tune भी लांच किये ! सन 2011 में स्टीव ने CEO पद से इस्तीफा दे दिया और बोर्ड के अध्यक्ष बन गए ! उस वक्त उनकी प्रॉपर्टी 7 बिलियन डॉलर हो गई थी ! और Apple दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन गई थी !

 

स्टीव जॉब्स : उत्पाद ( Steve Jobs Products ) :

  • एप्पल -I  –  स्टीव जॉब्स और उनके मित्र वोजनियाक के संयुक्त प्रयास से सन 1976 में Apple-I नामक कंप्यूटर तैयार हुआ ! वोजनियाक ने इस कंप्यूटर को डिजाइन किया था !  स्टीव ने इसके लिए वित् और विपणन की व्यवस्था  की थी !
  • एप्पल-II  – एप्पल -I कंप्यूटर जगत के लिए आधार बन गया , मगर इसका अधिक विकसित रूप सन 1977 में एप्पल -II के नाम से पेश किया गया ! यह पर्सनल कंप्यूटर के रूप में पहला उत्पाद था , जो आम जनता को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया था !
  • लिजा कंप्यूटर – आम जनता के लिए सन 1983 में पेश किया गया यह पहला कमर्शियल कंप्यूटर था , जो ग्राफिकल कार्यों को भी करता था , तथा एक माउस के जरिये नियंत्रित होता था ! यह एक सस्ता और तेज गति से चलने वाला कंप्यूटर था ! लेकिन यह काफी महंगा था , इसलिए यह कंप्यूटर आम जनता तक नहीं पहुँच पाया !
  • मैंकितोश –  स्टीव ने लिजा के बाद सन 1984 में ‘मैंकितोश ‘ नामांक कंप्यूटर बाजार में पेश किया ! यह कंप्यूटर सस्ता तथा लिजा से भी अधिक तेज गति से चलने वाला कंप्यूटर था !
  • नेक्स्ट’ कंप्यूटर  –  एप्पल से अलग होने के बाद स्टीव ने सन 1989 में ‘नेक्स्ट’ नामक कंपनी स्थापित की और इसी नाम से एक वर्क स्टेशन कंप्यूटर तैयार किया !
  • आईमैक –  स्टीव ने सन 1998 में आईमैक के नाम से एक पूर्ण विकसित और बहुउपयोगी कंप्यूटर बाजार में प्रस्तुत किया ! यह बहुत  आकर्षक डिजाइन का कंप्यूटर था !
  • आईपॉड –  सन 2001 में स्टीव ने पहला डिजिटल म्यूजिक प्लेयर तैयार किया  , जिसमे हार्ड डिवाइस भी थी ! यह एप्पल का सफल उत्पाद साबित हुआ !
  • आई ट्यून्स स्टोर –  स्टीव ने सन 2003 में आई ट्यून्स स्टोर स्थापित किया ! इससे पहले संगीत के शौकीन लोगो को मनपसंद गाने की ट्यून्स सुनने के  लिए अलग से सीडी में गाने एकत्र करने होते थे ! आई ट्यून्स स्टोर आने के बाद एक –  एक सीडी में उपभोक्ता को हजारो गाने एक ही स्थान पर मिल गए !
  • आईफोन – सन 2007 में स्टीव ने आईफोन तैयार कर मोबाइल सेवा में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया !  यह एक स्मार्ट फ़ोन सेवा बन गई ! जैसे पर्सनल कंप्यूटर के क्षेत्र में मैंकितोश सफल साबित हुआ , उसी तरह मोबाइल के क्षेत्र में आईफोन  ने धूम मचा दी !
  • आईपेड – लेखन के क्षेत्र में स्टीव  ने आईपेड बनाकर सबको चौका दिया ! यह उत्पाद सन 2010 में उन्होंने उस समय तैयार किया जब वह कैंसर जैसे रोग से ग्रस्त थे !
 

स्टीव जॉब्स : पुरस्कार व सम्मान ( Steve Jobs Awards ) :

  • 1982 : एप्पल द्वारा निर्मित कंप्यूटर को  ‘मशीन ऑफ़ द ईयर ‘ ख़िताब !
  • 1985 :  संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन द्वारा एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स एवं स्टीव वोज को ‘नेशनल ऑफ़ टेक्नोलॉजी ‘ से सम्मानित !
  • 1987 :  ग्रेटेस्ट पब्लिक सर्विस बाई एन इंडिविजुअल 35 ईयर आर अंडर वर्ग  अंतर्गत ‘जेफरसन अवार्ड और पब्लिक सर्विस !’
  • 1989 :  इमर्सन मैगजीन द्वारा ‘दशक उद्यमी ‘ सम्मान से सम्मानित !
  • 2007 :  ‘फार्च्यून ‘ मैगजीन द्वारा ‘मोस्ट पावरफुल पर्सन इन बिज़नेस ‘ के रूप में नामित !
  • 2007  :   कैलिफोर्निया के गवर्नर और प्रथम महिला द्वारा जॉब्स ‘कैलिफोर्निया हॉल ऑफ़ फेम ‘में शामिल !
  • 2009 :  युवाओ के सबसे प्रशंसित उद्यमी के रूप में सम्मानित !
  • 2009 :  स्टीव जॉब्स ‘फार्च्यून ‘ मैगजीन द्वारा सी. ई. ओ. ऑफ़ डिकेड ( दशक का मुख्य कार्यकारी ) के रूप में नामित !
  • 2010 :  ‘फ़ोर्ब्स ‘ की विश्व के सबसे शक्तिशाली लोगो की सूचि में जॉब्स 17 वे स्थान पर नामित !
  • 2011 :  बुडापेस्ट की ग्रेफीसॉफ्ट कंपनी द्वारा स्टीव जॉब्स को आधुनिक युग का स्वप्नदृष्टा , नवप्रवर्तक और प्रभावशाली व्यक्ति कहा गया !
  • 2012 :  16 – 25 आयु वर्ग के लोगो में स्टीव जॉब्स थॉमस एडिसन के बाद दूसरे सदाबहार महान नव – प्रवर्तक के रूप में चुने गए !
  • 2012 :  12 जनवरी , 2012 को मरणोपरांत ‘ग्रेमी ट्रस्टी ‘ अवार्ड से सम्मानित !
  • 2012 :  मार्च 2012 में ‘फार्च्यून मैगजीन ‘ द्वारा ‘सदाबहार महानतम उद्यमी ‘ के रूप में नामित !
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स्टीव जॉब्स : सफलता के मूल मंत्र ( Steve Jobs Success Tips ) :

स्टीव जॉब्स की जिंदगी ने दुनिया भर में करोड़ो लोगो को प्रभावित किया है ! उनके बातचीत करने का ढंग हो या प्रस्तुतिकरण की बात हो या फिर किसी भी उत्पाद को देखने और विपणन करने का ढंग हो , सबकुछ अलग सोच लिए होता था ! इसी अलग सोच ने उन्हें स्टीव जॉब्स बनाया ! आइये , जानते है कि स्टीव जॉब्स की सफलता के मूलमंत्र क्या थे !

  • वही काम करे जिससे आपको प्यार हो – स्टीव के अनुसार अगर आप अपने काम से प्यार करते है तब अच्छा है ! दुनिया भर में कई लोग ऐसे है , जो ऐसा काम कर रहे है जो उन्हें दिल से पसंद नहीं है ! अगर दुनिया भर में ऐसा हो जाए कि जिसे जो काम पसंद है वही करे , तब दुनिया ही बदल जाएगी !
 
  • दुनिया को बताइये कि आप कौन है – स्टीव के अनुसार , दुनिया को पता चलना चाहिए कि आप कौन है और दुनिया को बदलने का मादा आप में नहीं होगा , तब तक दुनिया आप को नहीं पहचानेगी !
 
  • सभी क्षेत्रो से संबन्ध जोड़े – जॉब्स ने अपने जीवन काल में विभिन्न विषयो का अध्ययन किया ! उन्होंने कैलीग्राफी भी सीखी और विभिन्न प्रकार के डिजाइंस का अध्ययन किया ! इतना ही नहीं उन्होंने हॉस्पिटेलिटी के क्षेत्र में भी हाथ आजमाए और उसका ज्ञान प्राप्त किया ! यह ज्ञान उन्हें बाद में काम भी आया !
 
  • मना करना सीखे – स्टीव ने अपनी जिंदगी में मना करना खूब सीखा था और इसका फायदा भी उन्हें मिला था ! जब वे सन 1997 में वापस एप्पल में आये थे , तब कंपनी के पास 350 उत्पाद थे ! मात्र दो वर्षो में उन्होंने उत्पादों की संख्या कम करके 10 कर दी ! 10 उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया और सफलता पाई !
 
  • ग्राहकों को अलग तरह का अनुभव दे – स्टीव मानते थे कि जब तक आप अपने ग्राहकों को अलग तरह का अनुभव नहीं देंगे , वे बिल्कुल भी आपके उत्पादों की तरफ आकर्षित नहीं होंगे ! यही कारण था कि उन्होंने एप्पल स्टोर्स को कुछ अलग तरह का बनाया , जहाँ पर ग्राहकों को अलग तरह का अनुभव था ! और एप्पल कंपनी की तरफ लोगो का भावनात्मक जुड़ाव हो गया था !
 
  • अपनी बात रखने में पीछे न रहे – स्टीव के अनुसार अगर आपके पास अच्छे आइडियाज है और आप इसे सभी के सामने रख नहीं पाए , तब ऐसे आइडियाज  का क्या काम ! स्टीव अपनी बात प्रस्तुतीकरण के दौरान रखते थे और केवल अपनी बात नहीं रखते थे , बल्कि प्रस्तुतीकरण के माध्यम से कई तरह की बाते बताते थे ! जिससे प्रेरणा भी मिलती थी !
 
  • सपने बेचे उत्पाद नहीं – स्टीव हमेशा यही कहते थे कि अपने ग्राहकों को उत्पाद नहीं , सपने बेचे ! उनके अनुसार अपने ग्राहकों को आपके उत्पाद संबंधी विवरणों से कोई मतलब नहीं है !  उनकी आशाओ व् आकांक्षाओं से मतलब है ! और अगर आपने उनके सपनो को उत्पाद से जोड़ा तभी आपको सफलता मिलेगी !
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स्टीव जॉब्स : निधन ( Steve Jobs Death ) :

स्टीव को सन 2003 से pain creative नाम की कैंसर की बीमारी हो गई थी ! लेकिन फिर भी वे रोज कंपनी में जाते ताकि लोगो को बेहतरीन से बेहतरीन टेक्नोलॉजी प्रदान कर सके ! 2011 में स्टीव बीमारी के चलते अधिक परेशान हो गए , और 24 अगस्त , 2011 को उन्होंने एप्पल कंपनी के CEO पद से इस्तीफा दे दिया ! और कैंसर की बीमारी के चलते 5 अक्टुम्बर , 2011 को पालो आल्टो , कैलिफोर्निया में उनका निधन हो गया !

स्टीव जॉब्स के बारे में प्रसिद्ध व्यक्तियों के विचार ( Celebrities Thoughts About Steve Jobs ) :

  • स्टीव जॉब्स उन महान अमेरिकी अविष्कारों में से एक थे , जिन्होंने भिन्न तरीके से चिंतन किया था ! उन्हें दुनिया को बदलने में यकीन था और ऐसा करने लाइक प्रतिभा भी उनमे थी ! – बराक ओबामा
  • मै उन खुशकिस्मत लोगो में से एक हूँ , जिसे स्टीव के साथ काम करने का अवसर मिला ! – बिल गेट्स
  • स्टीव जॉब्स कंप्यूटर युग के माइकल एंजेलो थे ! उन्होंने साबित कर दिखाया कि प्रतिभाशली इंसान के लिए महँगी और अभिजात शिक्षा बेमानी है !   –  नारायण मूर्ति
  • स्टीव जॉब्स अपनी पीढ़ी के महानतम सी. ई. ओ. थे ! –  रुपर्ट मडोक
  • दुनिया ने एक दूरदर्शी हस्ती को खो दिया ! प्रौधोगिकी उद्योग ने अपना दिग्गज खो दिया और मैंने अपना एक मित्र खो दिया ! भावी पीढ़िया स्टीव जॉब्स की विरासत को याद रखेगी ! –  माइकल डेल
  • स्टीव जॉब्स आश्चर्यजनक उपलब्धियों और हैरतअंगेज प्रतिभावाले महान व्यक्ति थे ! उनके पास बहुत ही कम शब्दों में बताने की कला थी  की आपको कैसे सोचना चाहिए ! –  लैरी पेज
  • स्टीव , मार्गदर्शक और मित्र होने के लिए शुक्रिया ! आपने  जो चीजे बनाई , वे दुनिया बदल सकती है ! मुझे हमेशा आपकी कमी खलेगी !  – मार्क जुकरबर्ग
  • स्टीव जॉब्स थॉमस एडिसन के बाद सबसे महान आविष्कारक थे ! –    स्टीवन स्पीलबर्ग
 
 
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