जानिए कौन है बोक्सर लवलीना बोरगोहेन – Biography of Lovlina Borgohain In Hindi

जानिए कौन है बोक्सर लवलीना बोरगोहेन – Biography of Lovlina Borgohain In Hindi

महिला बोक्सर खिलाडी लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलम्पिक में 69 किग्रा में कांस्य पदक जीतकर नया कीर्तिमान बनाया है !  उसे सेमीफाइनल मुकाबले में विश्व चेम्पियन बॉक्सर बुसेनाज सुरमेनेली के हाथो हार का सामना करना पड़ा ! लवलीना को कांस्य से ही संतोष करना पड़ा ! बुसेनाज पुरे मेच में लवलीना पर हावी रही ! लवलीना के पास सुरमेनेली के मुक्को का कोई जवाब नहीं था ! लवलीना इस मुकाबले में 5-0 से मुकाबला हार बेठी ! फ्रेंड्स आज की इस पोस्ट हम आपको बताएँगे की बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन कौन है तो आइये शरू करते है Biography of Lovlina Borgohain In Hindi / Lovlina Borgohain Biography In Hindi 

लवलीना बोरगोहेन का जीवन परिचय – Biography of Lovlina Borgohain In Hindi

 

नाम ( Name )   लवलीना बोरगोहेन
जन्म ( Born )  2 अक्टूम्बर , 1997
जन्म स्थान ( Birth Place )गोलाघाट , असम , भारत
उम्र ( Age ) 23 वर्ष
पिता ( Father )टीकेन बोरगोहेन
माता (Mother ) मामोनी बोरगोहेन
राष्ट्रीयता ( Nationality )भारतीय
पेशा ( Profession )बॉक्सर

 

प्रारंभिक जीवन ( Lovlina Borgohain Introduction )

लवलीना बोरगोहेन का जन्म 2 अक्टूम्बर , 1997 को भारत के असम राज्य के छोटे से शहर गोलाघाट में हुआ ! इनकी माता का नाम मामोनी बोरगोहेन है तथा पिता का नाम टीकेन बोरगोहेन है ! उनके पिता का एक छोटा सा व्यवसाय है जिससे ही उनकी आजीविका चलती है तथा उनकी माता एक हाउसवाइफ है ! लवलीना की दो बहने लिमा और लीना नेशनल किक बॉक्सर चैम्पियन है उन्होंने ही लवलीना को बॉक्सिंग में आने की सलाह दी थी ! इन्होने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव से पूरी की तथा अपनी बोक्सिंग की तैयारी भी इसी गाँव में रहकर की !

Lovlina Kaun hai – म्यु थाई प्रशिक्षु के तौर पर अपने करियर की शुरुआत करने वाली असम के गोलाघाट जिले के एक छोटे से गाँव की लवलीना बोरगोहेन ने टोक्यो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतकर इसे दुनियांभर में विशेष पहचान दिला दी है ! लवलीना भले ही 69 किग्रा भार वर्ग के सेमीफाइनल में हार गई , लेकिन  उन्होंने देश को टोक्यो में तीसरा पदक दिला दिया ! उनका यह पदक असम की ही नहीं पुरे देश की लडकियों के लिए प्रेरणा बन गया है !

23 वर्षीय लवलीना पिछले साल लगे लोकडाउन के दौरान खेतो में धान रोपने में अपने पिता टीकेन बोरगोहेन की मदद किया करती थी ! उनके पिता का कहना है कि हम उसे ऐसा करने के लिए मना करते थे ! लेकिन उसका कहना था कि ऐसा करने से वह अपनी जड़ो से जुडाव महसूस करती है !

भारत की तीसरी मुक्केबाज

लवलीना ओलम्पिक खेलो में पदक जीतने वाली देश की तीसरी मुक्केबाज बनी है ! इससे पहले पुरुष वर्ग में विजेन्द्र सिंह ( 75 किग्रा ) 2008 बीजिंग ओलम्पिक और महिलाओ में मैरी कोम ( 51 किग्रा ) ने लन्दन ओलम्पिक में कांस्य पदक अपने नाम किया था !

लवलीना बोरगोहेन का बॉक्सिंग करियर ( Lovlina Borgohain Boxing Career )

लवलीना ने साल 2017 में अपना पहला इंटरनेशनल डेब्यू President’s Cup in Astana, Kazakhstan में किया था , जहाँ उन्होंने 75 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था ! ! सपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के एक शो में लवलीना के टेलेंट को कोच प्रदुम बोरो ने पहचाना , उन्होंने ही फिर आगे लवलीना को ट्रेनिंग दी ! लवलीना बॉक्सर मेरिकोम से काफी ज्यादा प्रभावित थी और वह उन्हें ही अपना आदर्श मानती थी !

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